नमोनमः
बहुत समय से विद्यार्थी cce के प्रश्नों केलिए परेशान हो रहे रहे हैं। सभी विद्यार्थी बार-बार रहे दूसरे से पूछ रहेगी हमारी इस कक्षा के सीसीई क्वशन दे दो,2 वर्ष के देदो, 5 सेम के दे दो।इस प्रकार विद्यार्थी परेशान हो रहे है इसलिए दूसरे सभी को परेशान कर रहे।
क्योंकि अधिकांश ने एक बार भी कक्षा में जाकर नही देखा। लेकिन अभी सबसे पहले सीसीई उन्हें चाहिए। इसीलिए परेशान हो रहै है क्योंकि सीसीई के 2,5 पेज भरकर फेंकने से मतलब है पढ़ने से नही नहीं है।केवल सीसीई लिखना और उन फेक के चले जाना।
सीसीई क्या हैं?
क्यूँ होते हैं?
कबहोते हैं?
कैसे होते हैं॥
इन पर बहुत कम विचार करते हैं।
सबका अपना-अपना आना,नही आना,पढ़ना,नही पढ़ना अपने समय अनुसार ठीक है लेकिन cce जो नियमित रूप से कक्षाओं में जाते हैं उनको पहले कक्षा में मिल जाते है
तो ख़ैर सब ठीक हैं बाकी सब विद्यार्थी सोच रहे हैं cce हमको चाहिए ।
उनके लिए विशेष सूचना है की आपको मालूम होगा कि हमारे स्नातकोत्तर महाविद्यालय मंदसोर में विद्यार्थियों की संख्या पूरे मध्यप्रदेश में सबसे अधिक हैं।हमारे मन्दसौर जिले के अन्य महाविद्यालय जैसे शामगढ़,सुवासरा,पिपलिया आदि में विद्यार्थियों कि जितनी कुल संख्या है उतनी तो हमारे यहां एक-एक कक्षा या एक विषयों में हैं।
इसी कारण से हमारे महाविद्यालय के शिक्षकों को भिन्न-भिन्न प्रभार हैं।इसलिए किसी न किसी कार्य में व्यस्त ही रहते हैं इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में प्रभावित होती है।जिसकी दोषी प्रशासन और उनकी नीतियाँ हैं। फिर भी सभी प्राध्यापक अपने हिसाब से नियमानुसार अध्यापन करवाते हैं ।साथ ही इसी कारण से स्नातक स्तर में आधार पाठ्यक्रम(फाउंडेशन कोर्स )में ba,बीकॉम,बीएससी आदि में विद्यार्थी है जिनकी संख्या 1100-1100 प्रति विषयानुसार 3000-5,000 तक होती है इसी कारण से महाविद्यालय प्राध्यापकों की संगोष्ठी(मीटिंग)में ये निर्णय लिया गया था कि स्नातक प्रथम वर्ष के आधारपाठ्यक्रम(नैतिकमूल्य&हिंदी,अंग्रेजी भाषा,उद्यमिता विकास) के सतत&व्यापक मूल्यांकन(सीसीई) के प्रश्न दे दिए जाए।साथ हीं दो दिवस इन्हें जमा कराने के निश्चित किए जाए।
जो 26,27,28,29 दिनांकों में हो चुके हैं।
उनके लिए विशेष सूचना है की आपको मालूम होगा कि हमारे स्नातकोत्तर महाविद्यालय मंदसोर में विद्यार्थियों की संख्या पूरे मध्यप्रदेश में सबसे अधिक हैं।हमारे मन्दसौर जिले के अन्य महाविद्यालय जैसे शामगढ़,सुवासरा,पिपलिया आदि में विद्यार्थियों कि जितनी कुल संख्या है उतनी तो हमारे यहां एक-एक कक्षा या एक विषयों में हैं।
इसी कारण से हमारे महाविद्यालय के शिक्षकों को भिन्न-भिन्न प्रभार हैं।इसलिए किसी न किसी कार्य में व्यस्त ही रहते हैं इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में प्रभावित होती है।
जो 26,27,28,29 दिनांकों में हो चुके हैं।
अब रही बाकि कक्षाओं में मुख्य विषयों के सीसीई प्रश्नों का सवाल तो इतिहास विभाग ने 1,2 वर्ष,भूगोल विभाग ने 1 वर्ष (A&B सेक्शन) एवं गृहविज्ञान विभाग ने 1,2,3 वर्ष के सीसीई लगा दिए हैं।क्योकि उनमें 600-800 विद्यार्थी हैं।
लेकिन अभी सीसीई सम्बन्धित विशेष संगोष्ठी(मीटिंग)नही हुई हैं।इसलिए अन्य विषयों के सीसीई नही दिए गए।संगोष्ठी 5-10 दिनांक के मध्य होने की सम्भावना हैं।उसके पश्चात ही अन्य विषयों के सीसीई लगा दिए जायेंगे।इसलिए कृपया बार बार सबको परेशान न करे।जब मीटिंग हो जाएंगी।तब लगा दिए जायेंगे।इसलिए नियमित रूप ब्लॉग को की सभी पोस्ट पड़ते रहिए।
विशेष:- सूचना 1 वर्ष पूरक की समय-सारणी आ गई हैं।उसे देखने के लिए।पिछली सभी पोस्ट देखिए।साथ ही शेयर करना न भूले।
धन्यवादः
नमोनमः
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