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रेवासदेवड़ा रोड पर केंद्रीय विद्यालय के समीप खेल प्रशाल में अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप तैयार हो चुके एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान के समीप की भूमि पर एथलेक्टिस के लिए 400 मीटर के सिंथेटिक ट्रैक बनाने की पहल अब धीरे-धीरे धुंधली होती जा रही है। खेलों इंडिया योजना के तहत प्रदेश के पांच जिलों में सिंथेटिक ट्रैक बनाए जाने थे। इस योजना में मंदसौर जिले को भी शामिल करने के प्रयास जिला खेल एवं कल्याण विभाग ने कि ए और फरवरी 2018 में संचालनालय को पत्र लिखकर मंदसौर में सिंथेटिक ट्रैक के लिए पर्याप्त भूमि होना बताया। इसके अलावा विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग को पत्र लिखकर यह मांग की थी। सिंथेटिक ट्रैक पर 10 करोड़ की लागत का प्रपोजल तैयार कर भेजा गया था।


डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी कु छ नहीं हो पाया है। इसके कारण अब उम्मीद ही छूटने लगी है। जिला खेल अधिकारी का कहना है कि योजना प्रारंभ होने का इंतजार के अलावा कु छ नहीं कि या जा सकता। मंदसौर में एथलेटिक्स के खिलाड़ियों द्वारा लंबे समय से सुव्यवस्थित सिंथेटिक ट्रैक की मांग की जा रही है। वर्तमान में करीब 30 खिलाड़ी प्रतिदिन पीजी कॉलेज के सामने मैदान में प्रेक्टिस कर रहे हैं। सुविधाएं नहीं मिलने के खिलाड़ी लंबे समय तक अपना खेल जारी नहीं कर रख पाते है। इसके अलावा मैदान पथरीला होने के कारण एथलेटिक्स खिलाड़ियों को चोटें भी लगती है। पुलिस, सेना या अन्य भर्तियों के दौरान कॉलेज मैदान में लगभग 300 से अधिक युवा पहुंचते हैं। खिलाड़ियों की इन्हीं सब परेशानियों को देखते हुए फरवरी 2018 मंदसौर में सिंथेट्रिक ट्रैक की पहल हुई। केंद्रीय विद्यालय के समीप हॉकी के लिए बने एस्ट्रोटर्फ मैदान के समीप भूमि को सिंथेटिक ट्रैक के लिए पर्याप्त मानते हुए खेल युवा कल्याण विभाग ने खेलों इंडिया योजना में मंदसौर में भी 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक के लिए प्रपोजल तैयार कि या गया। इसके अलावा विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग को पत्र लिखकर हॉकी के टर्फ मैदान के समीप एथलेटिक्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक बनाने की मांग की। मंदसौर से भोपाल तक पत्राचार के अलावा प्रपोजल भी भेजा गया। लेकि न सिंथेटिक ट्रैक की सौगात धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में चली गई और अब तो बेउम्मीद ही हो गई है। हॉकी मैदान के समीप केंद्रीय विद्यालय की बाउंड्रीवाल तक खुली भूमि को एथलेटिक्स ट्रैक के लिए चिन्हित कि या गया है। अब यहां पर राज्य शासन स्तर से कच्चा ट्रैक व मैदान तैयार हो सकता है।

2018 में पहल की थी


एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान के समीप की भूमि पर 400 मीटर के सिंथेटिक ट्रैक के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने फरवरी 2018 में पहल की थी। विधायक ने भी पत्र भेजा था। केंद्र सरकार की खेलो इंडिया योजना के तहत मंदसौर में सिंथेट्रिक ट्रैक के लिए संचालनालय को अवगत करवाया था की विभाग के पर्याप्त जमीन है। इस प्रक्रिया के बाद अब तक कु छ नहीं हो पाया है। हम अभी भी योजना प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे है।

विजयेंद्र देवड़ा, जिला खेल अधिकारी, मंदसौर

लगभग 25-30 खिलाड़ी एथलेक्टिस की प्रैक्टिस करने प्रतिदिन कॉलेज मैदान पर आते हैं। भर्तियों के समय 250 से 300 युवा मैदान पर आ रहे हैं लेकि न मैदान पथरीला होने के कारण प्रैक्टिस नहीं हो पाती है। चोट भी लगती है। सुविधाएं नहीं होने से खिलाड़ी लंबे समय तक नहीं खेल भी जारी नहीं रख पाते हैं। डेढ़ साल पहले मंदसौर में सिंथेटिक ट्रैक बनने की पहल हुई थी। उम्मीद यही थी कि सिंथेटिक ट्रैक मिलेगा तो इसके अच्छे परिणाम भी सामने आएंगे। लेकि न अब तक कु छ नहीं हो पाया है। एस्टोटर्फ हॉकी मैदान के समीप की भूमि एथलेटिक्स ट्रैक के लिए चि-ति की गई है। यहां पर अब राज्य शासन के बजट से कच्चा ट्रैक बनेगा।

- मुके श भटेवरा, एनआईएस कोच, एथलेटिक्स



स्त्रोत : नईदुनिया पर प्रशित 1 सितम्बर की पोस्ट ।
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