नमस्कार मित्रो आपका अपनी इस ब्लॉगिंग साइट My Clg सूचना पर आपका स्वागत है ।यहां हम Pg College Mandsaur, Vikram university Ujjain आदि के साथ शिक्षा जगत से जुड़ी सूचनाएं Time table,exam date&form, स्कॉलर ship ki information सबके साथ शेयर करते हैं।जानकारी को स्पष्ट पढ़ने के लिए 2,3 बार रिलोड जरूर करें।
कोरोनावायरस के संक्रमण की दहशत में बंद हुए भारत देश के तमाम संस्थान अब धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। कोविड-19 के कारण सबसे पहले स्कूल बंद हुए थे और सभी जानते हैं कि सबसे अंत में खोले जाएंगे परंतु फिर भी लोग जानना चाहते हैं कि स्कूल कब से खुलने वाले हैं। भारत सरकार ने अब इसकी प्लानिंग कर ली है।
ये हैं केंद्र सरकार का विचार
केंद्र सरकार के मिले ताजा संकेत इशारा कर रहे हैं कि 1 सितंबर 2020 से चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोले जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने तय किया है कि 1 सितंबर 2020 से 14 नवंबर तक चरणबद्ध तरीके में स्कूल कॉलेज खोल दिए जाएं। केंद्र सरकार 31 अगस्त कर इस संबंध में अपनी गाइडलाइन जारी कर देगी। हालांकि इस बारे में आखिरी फैसला राज्य सरकारों का होगा।
ये कहती हे रिपोर्ट्स
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआत 10वीं और 12वीं की कक्षाओं से हो सकती है। पहले 15 दिन इन बच्चों को तय व्यवस्था के तहत स्कूल बुलाया जाएगा। व्यवस्था यह है कि यदि कक्षा 10 में चार सेक्शन हैं तो सेक्शन ए और सेक्शन सी के आधे बच्चे निर्धारित दिनों में आएंगे और बचे हुए दिनों में बचे हुए सेक्शन के आधे बच्चे आएंगे। स्कूल केवल 5 से 6 घंटे लगेंगे। इनमें से 2 या 3 घंटे तक ही बच्चों को क्लास में बैठना अनिवार्य किया जाएगा।
इस प्रकार से लगेंगे स्कूल
केंद्र सरकार द्वारा तैयार किए गए मसौदे के मुताबिक, स्कूल शिफ्ट में लगेंगे। पहली शिफ्ट सुबह 8 से 11 और दूसरी 12 से 3 बजे तक रहेगी। बीच में सेनिटाइजेशन के लिए 1 घंटे का ब्रेक रहेगा। स्कूलों से कहा जाएगा कि वे 33 फीसदी टीचिंग स्टाफ के साथ काम करें।
अन्य राज्यो कि क्या हैं तैयारी
इस बारे में सबसे पहले असम सरकार की ओर से बयान आया था। असम सरकार ने कहा था कि वे 1 सितंबर से स्कूल खोलने को तैयार है, लेकिन पहले केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार करेंगे।गोवा सरकार भी पूरी तैयारी कर चुकी हैं। माना जा रहा है कि अन्य सरकारें भी राज्य सरकार की गाइडलाइन का इंतजार कर रही हैं।हालांकि इस बारे में आखिरी फैसला राज्य सरकारों का होगा कि स्कूल खोले गए नहीं।खोले तो किस प्रक्रिया के तहत खोले।
ई - लार्निंग बना विकल्प
लॉक डाउन के चलते सरकार की ओर से ऑनलाइन शिक्षा के निर्देश दिए गए थे।जिसके आधार हर शिक्षण संस्थान ने विधार्थियो के ऑनलाइन अध्ययन के लिए हर संभव प्रयास किए।लेकिन फिर भी उसका उचित लाभ नहीं हुआ।सबके पास नेटवर्क और संसाधनों की कमी ही रही।
0 टिप्पणियाँ